
प्रगतिशील महिला संगठन की जिलाध्यक्ष चंद्रवती निषाद के नेतृत्व में शनिवार को दर्जनों महिलाएं तहसील पहुंचीं। महिलाओं ने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। उन्होंने मांग की कि सरकारी विद्यालयों में शिक्षा में सुधार किया जाए। छात्रों के अनुपात में अध्यापकों की नियुक्ति की जाए। कॉलेज, नर्सिंग, डेंटल, मेडिकल, कंप्यूटर आईटीआई व इंजीनियरिंग आदि के सरकारी महिला विद्यालय खोले जाएं। आशा, आंगनबाड़ी, रसोइया, ग्राम सेवकों को 26 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन दिया जाए। लिंग भेद और बालिका भ्रूण हत्याएं बंद कराई जाए।
कार्यस्थलों और कॉलेजों में यौन उत्पीड़न रोकने के लिए विशिष्टजनों की नियुक्ति की जाए। मनरेगा मजदूरी छह सौ रुपये व 200 दिन काम अमल में लाकर भ्रष्टाचार बंद किया जाए। सभी ग्रामसभा में सप्ताह में एक बार डाॅक्टर भेजा जाए।
स्मार्ट शहर, विकास के नाम पर गरीबों का आवास छीनना, घर उजड़ना बंद किया जाए। बढ़ते कुपोषण व एनीमिया पर रोक लगाई जाए, राशन में दाल, तेल, चीनी भी दी जाएं। कार्यकर्ताओं ने एसडीएम की गैर मौजूदगी में इंस्पेक्टर पिपरी बृजेश करवरिया को ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर लक्ष्मी देवी, उर्मिला देवी, कविता कुमारी, मीना, मंजू देवी, प्रमिला, रानी, गीता देवी, रीना पाल, जानकी देवी, महजबी बेगम, नाजमीन बेगम, अनीता देवी और शबनम आदि मौजूद रहीं।